उत्पत्ति 25
यहोवा परमेश्वर ने अब्राहम के साथ एक वाचा बाँधी थी। अब्राहम परमेश्वर की आज्ञा का पालन करने के लिए सहमत हुआ और बदले में परमेश्वर ने अब्राहम से वादा किया कि वह कनान देश उन्हें देंगे और उन्हें बहुत सारे वंशज मिलेंगे। अब्राहम की मृत्यु के बाद, यह वाचा उसके पुत्र इसहाक के लिए भी थी और फिर इसहाक के ज्येष्ठ पुत्र एसाव के लिए।
लेकिन एसाव का जुड़वाँ भाई याकूब इस अधिकार को अपने लिए चाहता था। एक दिन, शिकार के बाद थका और भूखा हुआ एसाव घर लौटा। उसने पाया कि याकूब शोरबा पकाया है।
“मुझे कुछ खाने के लिए दो; मुझे बहुत भूख लग रही है,” एसाव ने याकूब से कहा।
“बदले में तुम्हें जेठे का अधिकार मुझे देना पड़ेगा,” याकूब ने जवाब दिया।
“मैं भूख से मर रहा हूँ; मुझे जेठे के अधिकार का क्या उपयोग? तुम उसे ले सकते हो।”
“तुम्हें इसकी शपथ खानी होगी।”
एसाव ने शपथ खाने के बाद खाया। इस प्रकार उसने दिखाया कि वह परमेश्वर और उसके दादा के बीच वाचा को कितना कम महत्त्व देता था। बहुत समय बाद ही उसे पता चला कि उसने ऐसा विचारहीन कार्य करके कितना खो दिया था।