उत्पत्ति 22
एक दिन परमेश्वर ने अब्राहम से कहा, “तुम्हें तुम्हारा पुत्र इसहाक मुझे बलिदान के रूप में देना होगा।” अब्राहम हैरान हो गया क्योंकि परमेश्वर ने उसे बहुत सारे वंशजों का वचन दिया था। अब्राहम बूढ़ा हो गया था और अधिक संतान पैदा नहीं कर सकता था। तो परमेश्वर अपना वचन कैसे निभाएगा?
अब्राहम को समझ में नहीं आया लेकिन वह जानता था कि उसे आज्ञा पालन करना होगा। उसने अपने गधे पर लकड़ी लादी और इसहाक के साथ निकल पड़ा। मोरिया पर्वत पहुँचने पर अब्राहम ने लकड़ी इसहाक के कंधों पर रखी और दोनों पर्वत पर चढ़ गए। पर्वत की चोटी पर अब्राहम ने लकड़ी से एक बलिवेदी बनाई और उस पर अपने पुत्र इसहाक को रखा।
फिर अब्राहम ने एक चाकू निकाला और इसहाक पर प्रहार करने ही वाला था। परंतु उसी समय एक देवदूत प्रकट हुआ और अब्राहम से कहा, “बालक को मत मारो! अब परमेश्वर जानता है कि तुम उन्हें अपने पुत्र से अधिक प्रेम करते हो।”