उत्पत्ति 12
अब्राहम का जन्म उर में हुआ, जो मेसोपोटेमिया के एक प्राचीन शहर है। वह हारान चला गया और अपनी जीविका के लिए चरवाहा था। हारान में उसके साथ एक असाधारण घटना हुई—प्रभु परमेश्वर ने अब्राहम से बात की। उस समय लोग परमेश्वर को भूल गए थे और वे अनेक भिन्न-भिन्न मूर्तियों—जिसका आविष्कार उन्होंने किया था—की पूजा करते थे। परन्तु जब अब्राहम से बात हुई तो उसने सच्चे परमेश्वर, यहोवा, की आवाज़ पहचान ली।
परमेश्वर अब्राहम के सामने प्रकट हुआ और कहा, “तुम्हें यहाँ से जाना होगा। अपनी मातृभूमि छोड़ो और उस देश में जाओ जो मैं तुम्हारे लिए चुना हूँ। तुम और तुम्हारे वंशजों से मैं एक महान राष्ट्र बनाऊँगा। मैं तुम्हारा नाम प्रसिद्ध बनाऊँगा और तुम्हारे माध्यम से मैं मानवजाति और धरती को बड़े-बड़े पुरस्कार दूंगा।”
अब्राहम परमेश्वर के वचन में विश्वास किया। हारान से जाने के कारण दुखी होकर भी वह तुरंत दक्षिण की ओर प्रस्थान किया। वह अपनी पत्नी सारा, भतीजे लूत, नौकरों और झुंड को अपने साथ ले गया।