एक कौए को एक रोटी मिली और उसे अपने चोंच में पकड़ लिया। रोटी खाने के लिए कौआ वृक्ष की शाखा पर बैठ गया। तभी एक भूखी लोमड़ी वृक्ष के नीचे आई। “तुम कितना सुन्दर हो!” लोमड़ी ने कौए से कहा। “काश तुम्हारी आवाज़ मधुर होती।”
कौए को इस चापलूसी अच्छा लगा और गाने के लिए चोंच खोला। तब रोटी सीधे धरती पर गिर गई। “तुम्हारी आवाज़ ठीक है, लेकिन तुम चतुर नहीं हो।” लोमड़ी ने कहा और रोटी उठाकर खा ली।